तो क्या फिर मत्रियों और मंत्रालयों की आवश्यकता होगी !

तो क्या फिर मत्रियों और मंत्रालयों की आवश्यकता होगी !
एस.एन.लाल
जब सब विभाग बिक जायेंगे, अधिकतर विभागों का नीजिकरण
हो रहा है। यानि वहा किसी एक का आदेश चलेगा, विभाग का नीजिकरण होने के बाद वहां मालिक होंगे, एम.डी. होंगे, चेयरमैन होंगे, अध्यक्ष होंगे । एस.एन.लाल
फिर मंत्रालयों और मंत्रियों का क्या काम, फिर संसद और विधान सभा पर किन चीज़ों पर बहस होगी...!
एस.एन.लाल